सुना है


कौन सी पीता हूं,
कितनी लेता हूं,
किन के साथ बैठता हूं, 
अभी भी खबर रखती है। 
किन को मैसेज किया, 
किन को रिप्लाई दिया, 
कैसी चल रही जिंदगी,
सुना है, आज भी जानने की कोशिश करती है ।। 
  

अरे क्या हुआ नहीं मिलती नजरें रहती मुझ पर ही
रोल किसी सीरियल में दिलाऊं क्या,
पास होकर दूर रहने का 
है तू नाटक गजब करती
सब जान के अंजान बनने की, कला अच्छी है 
किसी Fake ID से,
सुना है, आज भी फॉलो करती है।।

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Shayri

प्रभु का नाम लो

जैसा चाहे वो वैसे जीना है

बावली हैं के तू